परिपक्व बनाती हैं प्रतियोगितायें- अशोक श्रीवास्तव Competitions make one mature – Ashok Srivastava
इस अवसर पर हिना खातून ने छात्राओं को हमारे आसपास हो रही आपराधिक गतिविधियों को देखते हुये आत्मरक्षा के तरीके बताये। उन्होने कहा घर से बाहर निकलने के बाद वापस लौटने तक लड़कियों को किसी पर भरोसा नही करना चाहिये। किसी को अपना माबाइल नम्बर, पता इत्यादि कोई जानकारी शेयर नही करनी चाहिये और न ही किसी से लिफ्ट मांगनी चाहिये। मुसीबत में सबसे पहले पुलिस, परिजन या अपने स्कूल की मदद लेनी चाहिये। हिना खातून ने कहा सभी छात्राओं को अपने परिजन, स्कूल टीचर और पुलिस सहायता के नम्बर अपनी जुबान पर याद रखनी चाहिये।
डा. रीता पाण्डेय ने सेनेटरी पैड के महत्व के बारे बताया और इसका प्रयोग न करने पर होने वाली परेशानियों व बीमारियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होने छात्राओं से कहा सेनेटरी पैड की जरूरत महीने के तीन चार दिनों तक हर किशोरी और युवती को होती है। जरूरत पड़ने पर अपने अभिभावक से इसे बेझिझक मांगना चाहिये। पैड की जगह दूसरी चीजों के इस्तेमाल से मामूली इंफेक्शन से लेकर कैंस तक की बीमारी होती है। जागरूकता से हम खुद और अपने आसपास के लोगों को सुरक्षित व निरोगी रख सकते हैं।
ह्यूमन सेफ लाइफ फाउण्डेशन के जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा प्रतियोगितायें प्रतिभागियों को परिपक्व बनाती हैं। अच्छा व सफल वही हो सकता है जो गलतियों की पुनरावृत्ति न करे। उन्होने छात्राओं के अनुशासन, कालेज प्रबंधन की तारीफ करते हुये कहा हमारे समय में ऐसा वातावरण नही होता था और न ही इतनी सुविधायें होती थीं। पुरस्कार वितरण समारोह को कालेज के प्रबंधक डा. अनिल कुमार मौर्य, मुहम्मद इकबाल, डा. अजीत श्रीवास्तव आदि ने भी सम्बोधित किया। प्रधानाचार्य श्रीमती नीलम मौर्य ने सभी के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर मो. आरिफ, अंशिका दूबे, शशि चौधरी, अमृता गौतम, आराधना यादव, काशी प्रसाद पाण्डेय, मधू मिश्रा, निशा मौर्या आदि ने सहयोग प्रदान किया।


